अंग्रेजों ने Bharat पर 200 साल से ज्यादा राज किया। इन 200 सालों में अंग्रेजों ने भारत को ना सिर्फ अपना गुलाम बनाकर रखा बल्कि यहां के लोगों के साथ बदतर हरकतें भी की। इतना ही नहीं, अंग्रेज Bharat से कई बेशकीमती चीजे तक चुराकर ले गए। मुगलों से लेकर पूर्तगालियों तक कई लोगों ने हमारे भारत पर आक्रमण कर, उसे बुरी तरह से लूटा और कई सालों तक राज किया। लेकिन अंग्रेजों ने भारत को जिस प्रकार लूटा, उतना किसी और ने नहीं। ये लोग अरबों मूल्य की संपत्तियां लूटकर अपने देश ले गए। आज हम आपको उन कीमती चीज़ों के बारे में बता रहे हैं, जो अंग्रेज भारत से लूटकर ले गए।
कोहिनूर हीरा
सोने की चिड़िया कहे जाने वाले Bharat से अंग्रेज 1849 में अनमोल हीरा कोहिनूर लूट ले गए और उन्होंने महारानी विक्टोरिया को यह सौंप दिया था। अंग्रेज 19 वीं शताब्दी में लूटकर अपने देश ब्रिटेन ले गए थे। जानकारी के मुताबिक, इस कोहिनूर का वजन 105.6 मीट्रिक कैरेट यानी 21.6 ग्राम है। फिलहाल ये ब्रिटेन के एक म्यूजियम टावर ऑफ लंदन के ज्वेल हाउस में है।
सुल्तानगंज की बुद्ध प्रतिमा
साल 1861 में अंग्रेजो ने गुप्त काल में तांबे से निर्मित भगवान बुद्ध की एक विशाल चुरा ली थी। यह प्रतिमा सुल्तानगंज रेलवे स्टेशन में खुदाई के दौरान मिली थी। आज ये प्रतिमा बर्मिंघम के म्यूजियम में रखी गई है।
हरीहर प्रतिमा
ना सिर्फ बुद्ध प्रतिमा बल्कि अंग्रेज हरीहर प्रतिमा को भी साल 1872 में भारत से उड़ा ले गए थे। ये प्रतिमा 1000 साल पुरानी है, जिसे बलुआ पत्थर से निर्मित किया गया था। अब इसे ब्रिटिश म्युजियम में रखा गया है।
अमरावती मार्बल्स
160 वर्ष पहले साल 1859 में अंग्रेजों ने आंध्रप्रदेश के अमरावती में खुदाई के दौरान मिले संगमरमर की मूर्तियों और शिलालेखों को भी चोरी कर लिया था। वह इन्हें मद्रास के रास्ते ब्रिटेन ले गए थे। आज भी ये ब्रिटिश संग्रहालय में रखे हुए हैं।
शाहजहां का वाइन कप
अंग्रेजों ने शाहजहां के शराब के कप को भी नहीं छोड़ा। साल 1857 में इन्होने भारत के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के समय ये कप हासिल किया और फिर वे इसे भी ब्रिटेन ले गए।
टीपू सुलतान की अंगूठी
साल 1799 में टीपू सुलतान और अंग्रेजो का युद्ध हुआ था, जिसमें अंग्रेज Bharat से टीपू सुल्तान की मौत हो गई थी। अंग्रेजों ने मरे हुए टीपू सुलतान की तलवार और उनकी पहनी हुई अंगूठी तक चुरा ली। इस अंगूठी पर भगवान राम का नाम देवनागरी में लिखा हुआ है। जिसकी कीमत करीब 11 करोड़ रूपए है।
सुल्तान का टाइगर टॉय
अंग्रेजों ने तो टीपू सुल्तान का टाइगर टॉय तक नहीं छोड़ा था। वो इसे भी लूटकर चले गए। इस बाघ के अंदर एक वाद्ययंत्र है, जिसके एक हैंडल को अगर घुमाया जाए, तो वो यंत्र बजने लगेगा।